Sunday, 11 January 2015

तू जिंदा है अभी----मेरे पिता की याद में

लोग कहते हैं
कि तू जिंदा नहीं

तेरे हाथ मेरी उँगलियाँ बनकर
हरकत करतीं है अभी
तेरी साँसे मेरी
धडकनों मे जिंदा हैं अभी

फिर भी लोग कहते हैं
कि तू जिंदा नहीं

तेरे गाए हुए गीत गाता हूं मैं
तेरे बुने हुए सपने सजाता हूं मैं
तेरी मुस्कान मेरे होटों पर,  
बिखरतीं है अभी

फिर भी लोग कहते हैं
कि तू जिंदा नही
जाने क्यूँ लोग कहते हैं
कि तू जिंदा नही।।।।

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